मिजोरम की ‘बर्ड्स आई चिली’ का दीवाना हुआ अमेरिका, जानिए क्यों इतनी खास है ये मिर्ची

 Bird eye Chilli- India TV Paisa

Photo:FILE Bird eye Chilli

भारत के कई राज्यों में मिर्च का उत्पादन होता है। दक्षिण भारत का गुंटूर देश की सबसे बड़ी मिर्च मंडी के रूप में विख्यात है। लेकिन इस बीच आजकल पूर्वोत्तर का राज्य मिजोरम की एक खास तरह की मिर्च 'बर्ड्स आई चिली' अमेरिका में धूम मचा रही है। पहली बार इस तीखी मिर्च का निर्यात अमेरिका को किया जा रहा है। बता दें कि 'बर्ड्स आई चिली' मूलत: मैक्सिको में पैदा होती है। ये मिर्च छोटी, लंबाई में लगभग आधा इंच और एक अलग तीखे स्वाद वाली होती है। 

राज्य सरकार ने बताया कि किसानों की आय बढ़ाने की पहल के तहत पहली बार अमेरिका को स्थानीय रूप से उगाई जाने वाली 'बर्ड्स आई चिली' का निर्यात किया। 'बर्ड्स आई चिली' एक मिजो जैविक मिर्च है।  राज्य के कृषि मंत्री सी.लालरिनसांगा ने मंगलवार को दक्षिण मिजोरम के लुंगलेई जिले से 7.5 टन विशिष्ट मिजो मिर्च को हरी झंडी दिखाकर अमेरिका भेजा। 

मंत्री ने कहा कि खेप को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम ले जाया जा रहा है, जहां से इसे अमेरिका के नेवादा भेजा जाएगा। इस मौके पर लालरिनसांगा ने परियोजना के सफल समापन के लिए किसान उत्पादक कंपनियों (एफपीसी) को बधाई दी। 

क्या है इसकी खासियत 

'बर्ड्स आई चिली' का पौधा एक बारहमासी है जिसमें छोटी और पतली मिर्चें लगती हैं। ये मिर्चें बहुत तीखी होती हैं। 'बर्ड्स आई चिली' कई बार मसालेदार जलेपीनोस की तुलना में अधिक तीखी होती है। चिल्ली पेपर्स के लिए स्कोविल हीट स्केल पर बर्ड्स आई चिलीज़ की रेटिंग आमतौर पर 100,000 से 225,000 तक होती है। इसे संदर्भ में रखने के लिए सबसे गर्म मिर्च 15,000,000 पर है और एक जलापेनो 2,500 होगा।  

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