पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास।
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पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शुक्रवार को हुए आत्मघाती बम विस्फोट के बाद अमेरिका ने अपने कर्मचारियों को सतर्क किया है। पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास ने रविवार को हमले की आशंका का हवाला देते हुए अपने सरकारी कर्मचारियों को इस्लामाबाद के मैरियट होटल में जाने पर रोक लगा दी है। आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तान की राजधानी को पहले ही हाई अलर्ट पर रखा गया है। इस हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी और दस अन्य घायल हो गए थे।
ऑस्ट्रेलिया-सऊदी अरब ने भी जारी की एडवाइजरी
पाकिस्तान में हुए बम धमाकों के बाद ऑस्ट्रेलिया ने भी सोमवार को अपने नागरिकों के लिए नई गाइडलाइन जारी की। ऑस्ट्रेलिया ने अपने नागरिकों से शहर के अंदर रहने और यात्रा न करने की अपील की हैं। जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि इस्लामाबाद में ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने और शहर के भीतर यात्रा सीमित करने की सलाह दी गई है। इस बीच सऊदी अरब ने भी पाकिस्तान में चेतावनी जारी कर अपने नागरिकों को सतर्क रहने और जरूरत न होने पर बाहर न जाने की सलाह दी है। इससे पहले रविवार को अमेरिकी सरकार ने अपने नागरिकों को सूचना के बारे में चेतावनी दी थी कि कुछ संदिग्ध इस्लामाबाद के मैरियट होटल में हमने की योजना बना रहे हैं।
मैरियट होटल में हमले की आशंका
अमेरिकी सरकार ने एक सुरक्षा चेतावनी में कहा कि वह इस जानकारी से वाकिफ है कि अज्ञात व्यक्ति संभवतः छुट्टियों के दौरान इस्लामाबाद के मैरियट होटल में अमेरिकियों पर हमला करने की साजिश रच रहे हैं। अमेरिकी दूतावास ने अपने कर्मियों से छुट्टियों के दौरान इस्लामाबाद में गैर-जरूरी और अनौपचारिक यात्रा से परहेज करने का भी आग्रह किया। इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने ली है, जो अफगानिस्तान के तालिबानी शासकों से अलग लेकिन जुड़ा हुआ है।
बता दें कि इस्लामाबाद का मैरियट होटल सितंबर 2008 में एक आत्मघाती बम विस्फोट से प्रभावित हुआ था। यह राजधानी की सबसे घातक घटनाओं में से एक था, जिसमें 63 लोग मारे गए थे और 250 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
इस्लामाबाद हाई अलर्ट पर, सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध
हमले के बाद से इस्लामाबाद के प्रशासन ने सार्वजनिक समारोहों और जुलूसों पर प्रतिबंध लगाते हुए शहर को हाई अलर्ट पर रखा है। पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और वाहनों की जांच के लिए चेक पोस्ट बनाए गए हैं। आत्मघाती हमले के कुछ घंटे बाद ही इस्लामाबाद प्रशासन ने सभी तरह के जमावड़े, खासकर आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से संबंधित गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया और शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया।
इस्लामाबाद के उपायुक्त इरफान नवाज मेमन के कार्यालय से जारी एक अधिसूचना के अनुसार, हाल ही में कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जारी की गई सलाह/खतरे के अलर्ट और पुलिस पर हमले के आलोक में राजधानी के अधिकार क्षेत्र के भीतर खतरों को दूर करने के लिए इस्लामाबाद की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है, जो सार्वजनिक जीवन और संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए शांति को बाधित कर सकते हैं। हालांकि, आने वाले दिनों में इस तरह की गतिविधियों की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने विशेष रूप से आगामी स्थानीय सरकार के चुनावों के मद्देनजर सभी प्रकार की नुक्कड़ सभाओं, सार्वजनिक समारोहों और सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और दो सप्ताह तक लागू रहेगा।
बम धमाकों की जांच के लिए पाकिस्तान ने जेआईटी का किया गठन
पाकिस्तान के अधिकारियों ने राजधानी इस्लामाबाद में आत्मघाती बम विस्फोट की जांच के लिए शनिवार को चार सदस्यीय संयुक्त जांच दल (जेआईटी) का गठन किया। इस्लामाबाद के मुख्य आयुक्त मोहम्मद उस्मान यूनिस ने आतंकवाद विरोधी अधिनियम (एटीए) 1997 की धारा 19ए के तहत जेआईटी को मंजूरी दी। जेआईटी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), इस्लामाबाद स्थित काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी), इंटेलिजेंस ब्यूरो और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस द्वारा नामित प्रतिनिधि और इस्लामाबाद पुलिस प्रमुख द्वारा नामित अन्य सदस्य शामिल हैं। मुख्य आयुक्त ने आदेश दिया है कि जेआईटी 30 दिनों की निर्धारित अवधि के भीतर अपनी जांच पूरी करेगी।