Rohit Sharma, Rahul Dravid and Dilip Vengsarkar
Highlights
- भारत के एशिया कप से बाहर होने से नाराज दिलीप वेंगसरकर
- टीम इंडिया में जारी प्रयोगों पर वेंगसरकर ने जताई आपत्ति
- रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ से नाराज वेंगसरकर
Experiments in Team India ahead of T20 World Cup: भारतीय टीम मैनेजमेंट को उम्मीद थी कि एशिया कप के बाद उसे टी20 वर्ल्ड कप के लिए स्क्वॉड में चुनने लायक तमाम खिलाड़ी मिल जाएंगे। इसके लिए लगभग पिछले एक साल से टीम इंडिया में प्रयोग किए जा रहे थे। दिक्कत की बात ये कि यही प्रयोग एशिया कप में भी जारी रहा और डिफेंडिंग चैंपियंस अपना आखिरी मैच खेलने से पहले टूर्नामेंट से बाहर हो गए। टी20 वर्ल्ड कप से पहले मुश्किल कम होने की जगह और बढ़ गई। इस स्थिति को देखकर भारत के पूर्व चीफ सेलेक्टर दिलीप वेंगसरकर नाराज हैं। एशिया कप से जिस हालात में भारतीय टीम रुखसत हुई उसकी वजह से वेंगसरकर ने कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच राहुल द्रविड़ के लिए अपनी नाराजगी जाहिर की।
एशिया कप को प्रयोगशाला बनाने से नाराज वेंगसरकर
पहले मैच में आर्च राइवल्स को 5 विकेट से शानदार शिकस्त देने के बाद भारत हांगकांग को भी 40 रन रन से हराया। टीम पूरी ठसक के साथ सुपर फोर राउंड में पहुंची। लेकिन इसके बाद पूरी स्थिति सिर के बल खड़ी हो गई। प्लेइंग इलेवन में लगातार प्रयोग कर रहे भारत को टी20 वर्ल्ड कप से महज 2 महीने पहले सिर्फ 3 दिनों में लगातार दो शिकस्त मिली। ये चिंताजनक हालात हैं जिसपर ज्यादा चर्चा नहीं हुए पर वेंगसरकर एशिया कप को भी प्रयोगशाला बनाने के फैसले से बेहद नाराज हैं।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने खलीज टाइम्स के साथ बात करते हुए कहा कि ये सारे प्रयोग किसी बाइलेटरल सीरीज में होने चाहिए थे न कि एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में। वहां सिर्फ एक संतुलित टीम के साथ जीत हासिल करने पर जोर देना चाहिए था।
कप्तान रोहित और हेड कोच द्रविड़ से नाराज वेंगसरकर
उन्होंने कहा, “टीम अभी भी प्रयोगों के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने दिनेश कार्तिक को सेलेक्ट किया पर उन्हें नहीं खिलाया। उन्होंने आर अश्विन को सीधे श्रीलंका के खिलाफ मैच में मौका दिया। ठीक है कि टीम मैनेजमेंट हर खिलाड़ी को मौका दे रहा है ताकि उसे अगले महीने होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए बेस्ट प्लेइंग इलेवन मिल जाए। लेकिन ये इवेंट भी बहुंत महत्वपूर्ण था। इस तरह के टूर्नामेंट में जीत दर्ज करने से टीम की हौंसला अफजाई होती। साथ ही मुझे लगता है कि विनिंग कॉम्बिनेशन होना जरूरी है। जैसा कि मैंने कहा, एशिया कप बहुत बड़ा टूर्नामेंट है आप बाइलेटरल सीरीज में एक्सपेरिमेंट कर सकते थे। एशिया कप और वर्ल्ड कप काफी बड़े टूर्नामेंट होते हैं, यहां आप सिर्फ जीत हासिल करने के लिए जाते हैं।”
टी20 वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया को छह टी20 मैचों की दो सीरीज और तीन वनडे मैच की एक सीरीज खेलनी है। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की टी20 सीरीज खेलेगी जिसके बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैच की टी20 सीरीज और इतने ही मुकाबलों की वनडे सीरीज साउथ अफ्रीका के खिलाफ होगी।